कुरुक्षेत्र को यूँ तो महाभारत से जुड़े कथाओ के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन यहां पर अनेकों प्राचीन स्थल भी मौजूद है जो अपने आप में एक बेहद रोचक इतिहास लिए हुए है, ऐसे ही एक और अनोखे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसका नाम है “स्थानेश्वर महादेव मंदिर”, यह मंदिर को स्थाणु के नाम से भी मशहूर है | स्थाणु का अर्थ होता है भगवान शिव जी का वास |
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इस शिवलिंग की स्थापना स्वयं ब्रह्माण्ड रचईता ब्रह्मदेव द्वारा आदिकाल में किया गया था
स्थानेश्वर महादेव मंदिर एक बेहद प्राचीन धरोहर है, कहा जाता है भगवान शिव की शिवलिंग के रूप में प्रथम पूजन इसी जगह पर की गयी थी | इसी स्थान पर प्रभु भोलेनाथ को शिवलिंग रूप में सबसे पहले स्थापित किया गया था | मान्यता यह भी है कि इस शिवलिंग की स्थापना स्वयं ब्रह्माण्ड रचईता ब्रह्मदेव द्वारा आदिकाल में किया गया था | महाभारत युद्ध से पहले ही भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों सहित इसी जगह भोलेनाथ की पूजा की थी और उनसे युद्ध में निर्णायक विजय का वर मांगा था |
इस मंदिर की ख्याति दूर-दूर तक है कहा जाता है कि इस मंदिर स्थल पर अनेकों ऋषि-मुनियों ने तपस्या किया है | हर साल लाखो की संख्या में श्रद्धालु धर्मनगरी कुरुक्षेत्र तीर्थों के दर्शन के लिए आते हैं | मान्यता है कि जो श्रद्धालु कुरुक्षेत्र की 48 कोस की तीर्थ परिक्रमा करते हैं, उनकी यात्रा स्थानेश्वर महादेव मंदिर के बिना अधूरी ही मानी जाती है |
पौराणिक मान्यता है कि शिवरात्रि के पावन दिन जो भी श्रद्धालु इस दिव्य शिवलिंग पर श्रद्धापूर्ण जल-अभिषेक करेगा उसको पुरे वर्ष का शिव-पूजन फल प्राप्त हो जायेगा | यही कारण है कि शिवरात्रि के दिन श्रद्धालु दुनिया के कोने-कोने से यहाँ आते हैं और इस मंदिर में विवेशकर इस दिन भारी भीड़ देखने को मिलती है
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यहाँ स्थित दिव्य सरोवर के जल से स्नान करने पर कुष्ठ रोग से मुक्ति मिलती है

माँ सरस्वती नदी के तट पर स्थानेश्वर महादेव मंदिर स्थापित है | मंदिर में हमने एक सरोवर भी देखा, मान्यता है कि इस दिव्य सरोवर के जल से स्नान करने पर कुष्ठ रोग सहित कई रोगों से मुक्ति मिलती है |
स्थानीय लोगो के अनुसार इस मंदिर पर बीते काल में 22 आक्रमण मुगल शाशको द्वारा किये गए अपने वजूद की लड़ाई में लगभग 24 आक्रमणों को सहा है इस मंदिर ने अब तक, मोहम्मद गजनी ने आक्रमण करके भगवान नटराज की बेशकीमती मूर्ति जबरन लूट कर यहां से अपने साथ ले गया था | इन सब आक्रमणों के बावजूद भी महादेव के इस दिव्य मंदिर का अस्तित्व कायम है |
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महत्वपूर्ण जानकारियां – Information
Locality/village : Kurukshetra
State : Haryana
Country : India
Nearest City/Town : Thanesar
Best Season To Visit : All
Temple Timings : 05:00 AM – 09:00 PM
Photography : Allowed
Entry Fees : Free
कैसे पहुचें – How To Reach
Road : Ganeshpur – National Highway 44 (Nh44)
Nearest Railway : Kurukshetra Junction
Air : Chandigarh International Airport
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। यह सामग्री विभिन्न स्रोतों से संकलित की गई है और इसे केवल जानकारी के रूप में लिया जाना चाहिए। ये सभी बातें मान्यताओं पर आधारित है | adhyatmiaura.in इसकी पुष्टि नहीं करता |
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